एयर कन्डीशनर की
थोड़ी सी हवा चुरा के रख दी है
मैंने
तुम्हारी पसंदीदा किताबों में
जब
ज्येष्ठ की दुपहरी में
बत्ती गुल हो जाएगी
और
झल्ला कर खोलोगे
तुम किताब
तो तुम्हे ठंडी हवा आएगी :)
-कवयित्री लीना मल्होत्रा
थोड़ी सी हवा चुरा के रख दी है
मैंने
तुम्हारी पसंदीदा किताबों में
जब
ज्येष्ठ की दुपहरी में
बत्ती गुल हो जाएगी
और
झल्ला कर खोलोगे
तुम किताब
तो तुम्हे ठंडी हवा आएगी :)
-कवयित्री लीना मल्होत्रा
4 comments:
आपके ब्लॉग पर आना
अच्छा लगा सिस..
"कम शब्दों में नेह की पाती
भर-भर नेह नयन में लाती|"
सस्नेह
गीता पंडित
बहुत खूब .जाने क्या क्या कह डाला इन चंद पंक्तियों में
बहुत खूब .......!!
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